हँसी तब भी थी, हॅंसी आज भी है
बस तेरे संग हँसते हँसते ख़ुशी का रास्ता मिल गया
चलता तब भी था, चलता आज भी हूँ
बस तेरे संग चलते चलते सहीं रास्ते से वास्ता मिल गया
देखता तब भी था, देखता आज भी हूँ
बस तेरे संग देखते देखते दृष्टि को दृष्टिकोण मिल गया
जीता तब भी था, जीता आज भी हूँ
बस तेरे संग जीते जीते ज़िन्दा है कौन मिल गया
Very deep and beautiful poem
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