धूप सा खिला कभी चेहरा, कभी आँखें बारिश सी नम हैं
कभी उबाल यादों का मन मे, धडकनें कभी दिल की थम हैं
कभी वक़्त बहता दरिया सा, पैर वक़्त के कभी जम हैं
पूरे होते कभी कुछ सपने, हकीकत भी ख़्वाब कभी बन जाती है
ज़िन्दगी चलती है बस युहीं चलती जाती है
नयी आशाओं, नये सपनों का फिर होना आगाज़ है
उमंगें हैं दिलों मे, स्वागत कर रहा हर दिल नये साल का आज है
ख़ुशी के सारे रंग सभी के करीब हों
आशा ये अंकित है, सभी को अपनी चाहतें नसीब हों
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें..